कथित तौर पर देश को प्रगति के रास्ते पर अग्रसर करने वाली मोदी सरकार के राज में एक बार फिर घरेलू उड़ानों के किराए में 12.5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी कर दी है.
देश की जनता वैसे ही कोरोना की दूसरी लहर के बाद की महंगाई से लगातार परेशान है.
वह कम ही था कि अब एक बार फिर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय (ministry of civil aviation) ने हवाई किराये की निचली और ऊपरी सीमा में 9.83 से 12.82 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है.
जिससे घरेलू हवाई यात्रा (Domestic air travel) और महंगी हो जाएगी.
हवाई यात्राओं में दोबारा महंगाई पर सामाजिक कार्यकर्ता विपिन राठौर लिखते हैं ‘हवाई चप्पल वालों की हवाई जहाज की यात्रा सुगम बनाने की कोशिश जारी है। जय हो मोदी जी, जय हो।
बता दें कि इससे पहले भी कोरोना के कारण दो महीने के लॉकडाउन के बाद 5 मई, 2020 को विमान सेवाओं के बहाल होने के साथ सरकार ने उड़ान अवधि के आधार पर हवाई किराये पर निचली और ऊपरी सीमाएं लगाई थीं.
मंत्रालय द्वारा जारी किये गये नये आदेश के अनुसार अब 90-120, 120-150, 150-180 और 180-210 मिनट की अवधि की घरेलू उड़ानों के किराये के लिए क्रमशः 5,300 रुपये, 6,700 रुपये, 8,300 रुपये और 9,800 रुपये की निचली सीमा होगी.
नये आदेश के अनुसार, 120-150 मिनट की अवधि की उड़ानों के किराये की निचली सीमा 9.83 प्रतिशत बढ़ाकर 6,700 रुपये कर दी गई है.
मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि देश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है.