1. Swati Maliwal Assault Case Live: दिल्ली पुलिस ने रीक्रिएट किया क्राइम सीन, स्वाति मालीवाल की मौजूदगी में स्टाफ से की पूछताछ
Swati Maliwal Assault Case Latest Update: एफएसएल की टीम भी केजरीवाल के घर पहुंच गई है। टीम सीएम के घर सीसीटीवी फुटेज तलाशने में पुलिस की मदद करेगी। वहीं, मुख्यमंत्री आवास पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। स्वाति मालीवाल की मौजूदगी में दिल्ली पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया है। सीएम आवास के स्टाफ से भी पूछताछ की गई है।
AAP सांसद स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली CM हाउस में बदसलूकी और मारपीट का मामला गरमाता जा रहा है। दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में है। CM हाउस के अंदर से CCTV फुटेज सामने आने के बाद पुलिस और FSL की टीम जांच करने CM हाउस पहुंच गई है।
इससे पहले आज सुबह दिल्ली पुलिस की टीम स्वाति के घर पहुंची और उन्हें लेकर 30 हजारी कोर्ट गई, जहां मजिस्ट्रेट के सामने धारा 164 के तहत उनके बयान दर्ज कराए गए। दिल्ली पुलिस की एक टीम आज फिर विभव कुमार के घर पहुंची, लेकिन गेट नहीं खोला गया तो पुलिस वापस लौट गई। ऐसे में विभव कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दूसरी ओर, 13 मई को घटनावाले दिन CM हाउस में स्वाति मालीवाल से मिलने वाले सभी लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस घटनाक्रम से जुड़े सभी CCTV फुटेज खंगालेगी और फुटेज उपलब्ध कराने के लिए कंपनी को भी लेटर लिखेगी। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि अगर विभव कुमार आज नहीं आया तो उसे फिर नोटिस भेजा जाएगा। स्वाति मालीवाल से पर्सनली मुलाकात करके भी पूरा मामला जानेंगे।
आरोपी दिल्ली CM का पूर्व निजी सचिव (PA) बिभव कुमार है, जिसके खिलाफ बीती रात FIR दर्ज की गई। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एडिशनल CP प्रमोद कुशवाहा और एडिशनल DCP नॉर्थ बीते दिन शाम को स्वाति मालीवाल के बयान दर्ज करने उनके घर पहुंचे। बयान लेने के बाद देररात स्वाति मालीवाल का AIIMS में मेडिकल कराया गया।
वहीं आज आरोपी बिभव कुमार को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के समक्ष पेश होना है। बीते दिन समन जारी करके उन्हें पेश होने को कहा गया है। हालांकि जब सिविल लाइंस पुलिस थाना की एक टीम बिभव कुमार के घर पहुंची तो वह नहीं मिला। उनकी पत्नी को भी उनके बारे में कुछ नहीं पता, लेकिन उन्होंने NCW का नोटिस एक्सेप्ट नहीं किया।
बता दें कि दिल्ली के सिविल लाइंस पुलिस थाना में बिभव कुमार के खिलाफ IPC की धारा 354 ( छेड़छाड़), धारा 323 (मारपीट), धारा 506 (जान से मारने की धमकी), धारा 509 (अभद्र कमेंट करने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस को बयान दर्ज कराने के बाद स्वाति ने एक ट्वीट किया और इंसाफ मिलने की उम्मीद जताई। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि…
मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था। मेरे साथ हुई घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दिया है। मुझे आशा है कि उचित कार्यवाही होगी। पिछले दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं। जिन लोगों ने प्रार्थना की उनका धन्यवाद करती हूँ। जिन लोगों ने Character Assassination करने की कोशिश की, ये बोला…
स्वाति मालीवाल ने पुलिस को बताया कि वह 13 मई को दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके सरकारी आवास पर गई थी। वहां उनका PA बिभव कुमार मिला, जिसने उनके साथ बदसलूकी की। वह अभद्रता करते हुए मारपीट पर उतर आया था। उन्होंने डायल 112 पर फोन किया। मामले का पता चलते ही सिविल लाइंस पुलिस थाना टीम मौके पर पहुंची, लेकिन स्वाति मालीवाल तब तक जा चुकी थीं। कुछ देर बाद वे खुद थाने पहुंचीं और घटना के बारे में पुलिस को बताया। वे मौखिक शिकायत देकर वापस लौट गईं। उन्होंने लिखित शिकायत बाद में देने की बात कही थी।
DCP (नॉर्थ) मनोज मीना ने भी कॉल आने की पुष्टि की। मामल सामने आने के बाद सियासत गरमा गई। CM केजरीवाल तक मामला पहुंचा तो उन्होंने मामले की जांच और कार्रवाई के आदेश दिए। सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी होने की बात कबूली और कहा कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। CM के आदेश पर दिल्ली पुलिस स्वाति मालीवाल के बयान लेने उनके घर पहुंची। महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लेकर आरोपी बिभव कुमार को पेश होने का आदेश दिया।
बता दें कि बिभव कुमार पर पहले भी मारपीट के आरोप लग चुके हैं। उसके खिलाफ नोएडा के सेक्टर-20 थाने में केस दर्ज है। नोएडा विकास प्राधिकरण के कर्मचारी महेश पाल ने बिभव पर आरोप लगाए थे। महेश का आरोप था कि बिभव ने अपने 3 दोस्तों के साथ मिलका उसके सरकारी काम में बाधा डाली। विरोध करने पर उससे गाली गालौज की और धमकी भी दी।
25 जनवरी 2007 को बिभव के खिलाफ केस दर्ज हुआ था, लेकिन उसने यह बात छिपाई और मामला सामने आने के बाद दिल्ली LG सक्सेना ने उसके खिलाफ एक्शन लिया। उसे मुख्यमंत्री के PA पद से टर्मिनेट कर दिया गया। स्पेशल सेक्रेटरी विजिलेंस वाईवीवीजे राजशेखर ने आदेश जारी किए थे।